Wednesday 28 March 2018

ख्वाब - Quote by Ravindra Gangwar

ख्वाबों में आकर यूं ही, चले जाना अच्छा था !
ना तड़प दिल की बढ़ाते, आंख चुराना अच्छा था !!

मिली जो इक नज़र तुमसे, भूल गया अपने आप को !
हुआ सवार इश्क की कश्ती में, डूब जाना अच्छा था !!

रास्ते एक हैं हम दोनों के, बस दिशायें बदली हैं !
होगी मुलाकात फिर तुमसे, लौट जाना अच्छा था !!

इस इश्क में मेरे सवाल मैं था, तो जबाव तुम थे !
फिर इस सवाल का, जबाव धूंढ़ लाना अच्छा था !!

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